Wednesday, 2 November 2016

Death

मौत 


सन्नाटा
घोर शान्ति
अँधेरा
और अंत

क्यों डरते
हम
मरणोपरांत

जितनी
कुलबुलाहट
आहट
शोरगुल
सब जीवन
के लिए

मौत तो
शानदार
ख़ामोशी
की
भाषा
में बात
करता है।  

2 comments:

  1. Cannot comment on a lingo never heard let alone learned

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  2. Cannot comment on a lingo never heard let alone learned

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