उस दिन भी किसीने पुछा था
"फिर ?"
पंजाबी में पूछते हैं
"होर ?"
एक और कहानी को
शुरू करने का
आमंत्रण
उछली गेंद को
न पकड़ी जाये
तो अच्छा
हर बॉल कैच
करना हर किसी के बस में
नहीं
कई बॉल
मिटटी में
दफ़न होते हैं
ये तो मेंढक भी नहीं
कि बारिश में
ज़िंदा हो
टर्राने लगें।
मेरे आंगन की धरती
ऐसे कितने सवालों
से पाटी हुई है।
"फिर ?"
पंजाबी में पूछते हैं
"होर ?"
एक और कहानी को
शुरू करने का
आमंत्रण
उछली गेंद को
न पकड़ी जाये
तो अच्छा
हर बॉल कैच
करना हर किसी के बस में
नहीं
कई बॉल
मिटटी में
दफ़न होते हैं
ये तो मेंढक भी नहीं
कि बारिश में
ज़िंदा हो
टर्राने लगें।
मेरे आंगन की धरती
ऐसे कितने सवालों
से पाटी हुई है।
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